कालसी शिलालेख

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                   कालसी शिलालेख

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 कालसी का इतिहास 📝

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✳️. यह मौर्य कालीन शिलालेख है। जो सम्बंधित है- अशोक से 






✳️.इस शिलालेख में हमे यहां अशोक के शासन करने व इनका राज्य विस्तार के बारे में पता चलता है ।






✳️. कुणिंद शासक उस समय यहां शासन करते थे । जो मौर्यो के अधीन थे ।






 ✳️.कालसी शिलालेख प्राकृत भाषा मे लिखा गया है । व उसकी लिपि ब्राह्मी  लिपि है।






✳️.कालसी  शिलालेख यमुना व टोंस नदी के संगम पर स्थित है।






✳️.कालसी शिलालेख का प्राचीन नाम -कालकूट ,चित्रशाला  है।


 


 


     वर्तमान स्थित कालसी का ।

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✳️.इसके खोजकर्ता फॉरेस्ट थे ।जो किया  था 1860 मे ।


नोट:1837 भी है  इसके साथ धौली शिलालेख की भी खोज हुए थी।





✳️कालसी  देहरादून में स्थित है ।यह देहरादून का एक  तहसील भी है। और  साथ ही विकासखंड भी है।





✳️यह पर कालसी के समीप के क्षेत्र में , मंदारम और बाराकोट क्षेत्र में उत्तम किस्म के चूने पत्थर पाया जाता है।



✳️कालसी औद्योगिक विकास की श्रेणी में श्रेणी B+ में आता है ।



✳️कालसी से NH 507 गुजरता है । जो जाता है --विकासनगर से कालसी व बड़कोट तक ।इसकी लम्बाई 111.3 km है।



✳️कालसी एक पर्यटन स्थल व पिकनिक स्पॉट भी है ।



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