उत्तराखंड शेयर ज्ञान

 



उत्तर प्रदेश से अलग कर उत्तराखंड राज्य का गठन किया | और 13 पर्वतीय जिलो को मिलाकर उत्तराखंड राज्य का गठन 9 नवंबर 2000 को किया गया | उस समय उत्तराखंड नाम न होकर उत्तरांचल था ,जो 31-12-2006 तक रहा | उसके बाद 1-1-2007 से राज्य का नाम उत्तराखंड हो गया जो वर्तमान में भी है| उत्तराखड हिमालयी राज्य के क्रम में 11वा राज्य है | और भारत के राज्य क्रम में 27 वा राज्य | राज्य गठन के बाद राज्य चिन्हों का निर्धारण 2001 में किया गया |


राज्य चिन्ह :एक गोलाकर मुद्रा में हिमालय के तीन चोटियों और उसके नीचे गंगा की चार लहरों को दर्शाया गया है|व उसके बीच मे अशोक का लाट के नीचे मुण्डकोपनिषद से लिया गया वाक्य सत्यमेव जयते लिखा गया है|



राज्य पुष्प: ब्रह्मकमल


ऊँचाई:4800-6000में


ब्रह्मकमल ऐसटेरसी कुल का पौधा है|और यह मध्य हिमालय में पाया जाता  है|


वैज्ञानिक नाम :    सोसूरिया अबवेलेटा 


पौधे के ऊँचाई 70-80cm होती है|


खिलने का समय : जुलाई से सितंबर  के बीच यह फूल खिलता है|(यानी सिर्फ तीन माह ही यह फूल खिलते है|)



उत्तराखंड में ब्रहामकल की 24 प्रजाति पायी जाती है,व विश्व मे इसकी 210 प्रजाति पायी जाती है|


रंग  : बैगनी 


फेलकमल का वैज्ञानिक नाम: सोसूरिया ग्रार्मीनिफोलिया


कस्तूरा कमल : सोसूरिया ग्रासोफिफेरा 





स्थानीय भाषा मे ब्रह्मकमल को कोल पदम कहा जाता है|


अधिक मात्रा में फूलो की घाटी , केदारनाथ ,शिवलिंग बेस,पिण्डारी गलेशियर में पाया जाता है ,व उत्तराखण्ड के सभी जिलो में पाया जाता है| मैदानी जिलो को छोड़ कर|


पौराणिक मान्यता के अनुसार के इसे भगवान शिव को चढ़ाया जाता है|


महाभारत के वन पर्व में ब्रह्मकमल को सौगंधिक पुष्प कहा गया है|


                                   राज्य पक्षी

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मोनाल 


ऊँचाई : 2500-5000m तक 


उपनाम: 'हिमालय का मयूर'


मोनाल मादा पक्षी होती है|नर मोनाल को डफिया कहा जाता है|


मोनाल का वैज्ञानिक नाम: लोफोफोरस इंपीजेनस 


मोनाल की प्रमुख चार प्रजाति (इपेलेस,स्केलेटरी,ल्युरी,लयूफोफोरसेन्स )है|


स्थानीय नाम मोनाल का मन्याल या मुनाल है|मोनाल पक्षी अपना घोंसला नही बनती है, इसका प्रिय भोजन आलू है|





                                                    राज्य पशु


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कस्तूरी मृग 


ऊँचाई : 3600-4400m तक 


वैज्ञानिक नाम: मास्कस काइसोगास्टर


उपनाम: हिमालयन मस्क डियर


रंग इसका भूरा होता है|


20इंच लगभग ऊँचाई व वजन 10 से 20 kg तक होता है|


गर्भधारण 6 माह की होती है , एक बार मे प्रायः एक ही मृग जन्म लेता है|


उत्तरखंड  कस्तूरी मृग की चार प्रजाति पायी जाती है|



कस्तूरी केवल नर मृग में ही पाया जाता है| एक बार मे। सिर्फ 30 से 45ग्राम कस्तूरी प्राप्त की जा सकती है| प्रत्येक 3 साल के अंतराल में कस्तूरी प्राप्त की जाती है|


उत्तराखंड में केदारनाथ,फूलो की घाटी ,उत्तरकाशी व पिथौरागढ़ जनपद में 2000 से 5000m की ऊंचाइयों में पाया जाता है|



कस्तूरी एक प्राकतिक रसायन है जिसका प्रयोग औषधि व सुगधित सामग्री बनने में किया जाता है| जैसे दमा, टाइफाइड,मिरगी,आदि रोग में|


नोट: कस्तूरी मृग का मूल्य अधिक होने के कारण उसका शिकार ज्यादा होने लगा इसलिए सरकार ने  



कस्तूरी के संरंक्षण के लिए उठाएंगे कदम:

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1.1972 में उत्तरप्रदेश सरकार दारा 'केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के अंतर्गत 'कस्तूरी मृग विहार' की स्थापना चमोली में कई गयी|


क्षेत्रफल : 967.2km2



2.1977 में महरुडी कस्तूरी मृग अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गई|



3.1982 में काचुला खर्क में कस्तूरी मृग प्रजनन एव संरंक्षण केंद्र की स्थापना की गई चमोली में|



4.1986 में पिथौरागढ़ में अस्कोट अभ्यारण्य की स्थापना की गई|




                                                         राज्य वृक्ष

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बुरांश



वैज्ञानिक नाम: रोडोडेंन्ड्रॉन अरबोरियम


ऊँचाई: 1500-4000m तक



बुरांश एक सदाबहार वृक्ष व एक पर्वतीय वृक्ष  है|


बुरांश वृक्ष के ऊँचाई 20 से 25 फ़ीट तक होती है|



बुरांश वृक्ष के लाभ: बुरांश के फूलो का  जूस  ह्दय रोग के लिए बहुत लाभदायक होता है|

इसकी लकड़ी बहुत मुलायम होती है ,जिसके कारण इसका उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है,व इसके पत्ते से खाद भी बनाया जाता है| इसके अवैध कटान के कारण वन अधिनियम 1974 में इसे संरक्षित वृक्ष घोषित किया गया है|





                    राज्य का शासन-प्रशासन

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             संविधान के भाग -6 के अनुसार राज्य का शासन चलता है|


         अनुच्छेद 152 से 237 तक 



   शासन -प्रशासन की उत्तराखंड में संसदात्मक प्रणाली अपनाई गई है|


   संसदात्मक के तीन अंग होते है|


        1.कार्यपालिका : जिसमे राज्यपाल,मंत्रीमंडल,सचिवालय विभाग व महाधिवक्ता आते है|


             (a)       राज्यपाल:-  सविंधान के अनुच्छेद 153 में राज्य के लिए एक राज्यपाल होगा| 


         राज्य की कार्यपालिका की शक्ति राज्यपाल में निहित होगी | इसका वर्णन अनुच्छेद 154 में किया गया|



    राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति करेगा अनुच्छेद 155 के अनुसार 



      राज्यपाल राज्य सरकार का बोध कराता है|


        जिस प्रकार देश का पहला नागरिक राष्ट्रपति होता है|| उसी प्रकार राज्य का पहला नागरिक राज्यपाल होता है|



        राज्यपाल को कुछ मामलों में क्षमा करने व दंड देने का अधिकार अनुच्छेद 161 में वर्णन है|



         राज्यपाल का कार्य काल 5 वर्ष के लिए होता है, अगर राष्ट्रपति चाहे तो उसे उसके कार्यकाल से पहले भी हटा सकता है| क्योंकि राज्यपाल राष्ट्रपति के प्रसाद पद ग्रहण करता है|




         (b)     मंत्री-परिषद:राज्यपाल को सलाह व सहायता देने के लिए मंत्रिपरिषद का गठन का वर्णन अनुच्छेद 163 में किया गया है|


          अनुच्छेद 164 के अनुसार राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति करता है| और अनुसूची 3 के तहत पद की शपथ दिलाता है|


       इसे के आधार पर मुख्यमंत्री अन्य मंत्री की नियुक्ति करता है| मंत्रीगण मुख्यमंत्री के प्रसाद पद ग्रहण करते है|



      वास्तव में मुख्यमंत्री राज्य के कार्यपालिका का वास्तविक प्रधान होता है|


                                विधानमंडल

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   के अंग दो होते है| 

   a) राज्यपाल


      b) विधानसभा


                                   विधानसभा 

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           विधानसभा का गठन संविधान के अनुच्छेद 170 के तहत किया गया है|


        अनुच्छेद 170 में यह वर्णन है कि विधान सभा मे कम से कम 60 सदस्य हो सकते है ,और अधिक  से अधिक 500 हो सकते है|


           अनुच्छेद 178  के अनुसार विधानसभा सदस्य अपने  में से एक सदस्य को अध्यक्ष व एक को उपाध्यक्ष चुन सकते है|



          विधान सभा का चुनाव  प्रत्यक्ष रूप से किया जाता है|



          विधानसभा के सदस्य के योग्यता का निर्धारण अनुच्छेद 173 में वर्णित है जो लोकसभा  के सदस्य का होता है|


      25 वर्ष पूरी कर चुका हो


        किसी लाभ के पद पर  न हो 


        वह भारत का नागरिक हो 


      विधानसभा का कार्यकाल 5 वर्ष का होता    है|  आपात काल के समय 1 वर्ष बढ़ाया जा सकता                है|  लेकिंनआपातकाल के समाप्त के बाद 6 माह से अधिक विधानसभा का समय नही बढ़ाया जा सकता है|



     विधानसभा का विघटन 5 वर्ष से पूर्व भी किया जा सकता है, मंत्रिपरिषद की सलाह से राज्यपाल ये कर सकता है|



         विधानसभा  के बैठक में कम से कम 1/10 सदस्य का होना अनिवार्य है|

         विधानसभा का सत्र एक वर्ष में कम से कम दो बार करना अवश्य होता है|


          नोट: विशेष परिस्थिति में राज्यपाल विधानसभा का सत्र बुला सकता है| 


          विधानसभा अध्यक्ष अपना त्यागपत्र उपाध्यक्ष को दे सकता है|



        विधानसभा सदस्यों की संख्या 

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          राज्य गठन से पूर्व विधान सभा  की कुल संख्या:- 22 थी |


           राज्य गठन से पूर्व विधान परिषद की संख्या :- 9 थी | 


     

             राज्य गठन के बाद विधानसभा की संख्या 

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          9 नवंबर 2001 में विधानसभा की सीट 70 हो गयी |


             विधान सभा के कुल 70 सीटो में से 15 सीटे आरक्षित है|


             13 विधानसभा सीटे अनुसूचित जाति के लिए 


    2 सीटे अनुसूचित जनजाति के लिए ( चकराता,देहरादून) नानकमत्ता ,usn )




                         अंतरिम विधानसभा


अंतरिम का अर्थ:- अल्पकाल के लिए/ कामचलाऊ 


        अंतरिम विधानसभा का गठन उत्तराखंड में  9 nov 2000 को किया गया|


  जिसमे 30 विधायक थे ,जिनमे से 22 सदस्य व 9 विधान परिषद के सदस्य थे|


    इसमें अंतरिम सरकार में भाजपा के 23 सदस्य ,सपा के 3 व कॉग्रेस तथा बसपा के 2 -2 सदस्य थे| 



     (नोट: सपा के एक सदस्य जो मुन्ना सिंह चौदरी ने पार्टी छोड़ को जनवादी पार्टी का गठन कर लिया जिस कारण से अन्तरिम विधानसभा का कोई प्रतिपक्ष का नेता  नही बन पाया |


        भाजपा का बहुमत होंने कारण भाजपा ने ही इस अंतरिम विधानसभा का गठन किया|


   प्रथम राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला ने उत्तराखंड के प्रथम मुख्यमंत्री नित्यानन्द स्वामी को 


   शपथ दिलाया |


अंतरिम मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री सहित 9 कैबिनेट मंत्री व 4 राज्यमंत्री थे|



       अंतरिम विधानसभा का अध्यक्ष : प्रकाश पंत 


      अंतरिम विधानसभा के प्रथम सत्र 9    जनवरी 2001 से शुरू हुआ।



      

           नित्यानंद स्वामी ने अपना त्यागपत्र राज्यपाल को देने के बाद   

    

      अंतरिम सरकार व उत्तराखंड  के द्वितीय मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी 29 अक्टूबर 2001 को           उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए  | 


      

भगत सिंह कोश्यारी के मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री सहित 9 कैबिनेट मंत्री व 3 राज्यमंत्री थे |




भगत सिंह कोश्यारी का कार्यकाल :- 29 अक्टूबर 2001 से 2 मार्च 2002 तक रहा|







अंतरिम विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष प्रकाश पंत बने | विधान सभा का प्रथम सत्र 9 jan 2001 से शुरू हुआ|




दूसरे विधानसभा अध्यक्ष व प्रथम निर्वाचित शायद बने यशपाल आर्य |


तीसरे विधानसभा अध्यक्ष बने हरवंश कपूर |


चौथे विधानसभा अध्यक्ष बने गोविंद सिंह कुंजवाल|



उत्तरखंड में लोकसभा की 5 सीटे है ,


trick : THANP यानी टिहरी,हरिद्वार,अल्मोड़ा,नैनीताल,पौड़ी |


अल्मोड़ा की सीट अनुसूचित जनजाति के लिये सुरक्षित है|


नोट: 2008 के बाद लोकसभा की 14-14 सीट होनी चाहिए|



अनुच्छेद 214 के तहत प्रत्येक राज्य के एक उच्च न्यायालय का प्रावधान है |


उत्तराखंड राज्य का न्यायालय देश में 20 वा नम्बर का है | इसका गठन 9 nov 2000 को नैनीताल में किया गया|


नैनीताल उच्च न्यायालय भवन का निर्माण सर  सन्तोनी मैकडोनल्ड ने किया |


उत्तराखण्ड के प्रथम जज अशोक अभयंकर देसाई थे |


उत्तराखंड के प्रथम रजिस्ट्रार जी सी एम रावत 



मुकदमे को शीघ्र निपटाने के लिये 45 फास्ट  ट्रेक  कोर्ट यानी त्वरित न्यायलयों का गठन अप्रैल 2001 में किया  गया |



पंचायती कानून के  स्तर  पर 500 रुपये तक का फैसला कर सकती है |



लोकायुक्त की नियुक्ति 1 nov 2011 मे किया गयाहै |


उत्तराखंड में पंचायती राज्य व्यवस्था 15 अगस्त 1947 से लागू किया गया है|



1961 से त्रिस्तरीय लागू किया गया  है | 


22 अप्रैल 1994 के तहत कानूनी तौर पर लागू किया गया है | पंचायती राज व्यवस्था को |



मार्च 2008 पंचायती अधिनियम के तहत पंचायत में महिलाओं के लिये आरक्षण 33% से 50% कर दिया गया है|



उत्तराखण्ड में पंचायत में त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू है|

    1.जिला पंचायत> इसका चुनाव 18+ जनता करती है|




2.क्षेत्र पंचायत> इसका सचिव bdo होता है|


3.ग्राम पंचायत: ग्राम पंचायत का गठन के लिए पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 500 लोग होने चाहिये गाँव मे | मैदानी क्षेत्र में 1000 कम से कम 


चुनाव 18 + जनता दारा 


ग्राम सभा मे प्रत्येक वर्ष दो आम बैठ होती है | जिसका अध्यक्षता ग्राम  प्रधान करता है | 



उत्तराखंड में नगरीय स्वायत शासन प्रणाली की  शुरुआत 1916  से हुई|


74 वा संसोधन 1993 के तहत इसे संवैधानिक दर्जा दिया गया |


उत्तराखंड में त्रिस्तरीय नगर स्वायत शासन की व्यवस्था है|


नगर नियंम मैदानी इलाके में 1 लाख होना चाहिये व पहाड़ में 90 हज़ार तक होना चाहिये |


नगर प्रमुख व सभासदों का चुनाव का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से   होता है|इनका कार्यकाल 5 वर्ष का। होता है|




राज्य में 8 नगर निगम है जो इस प्रकार है _ देहरादून,हरिद्वार, हल्द्वानी, काशीपुर,रुद्रपुर,रुड़की,



नोट ; जिला पंचायत पंचायती राज व्यवस्था की शीर्ष निकाय है|


जिला पंचायत की नियुक्ति 18+ के जनता करती है|


राज्य में 38 नगर पालिका  परिषद है |





                  अध्याय -3 उत्तराखंड : एक ऐतिहासिक अध्ययन 


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   उत्तराखंड का इतिहास 


1.प्रागैतिहासिक काल : इस काल मे उत्तराखंड के कई स्थानो से विभिन्न प्रकार के पाषाणकालीन उपकरण, गुफा, शैल - चित्र ,कंकाल, मृदभांड धातु के उपकरण मिले है| जो इस काल मे यहा मानव के निवास की पुष्टि करती है |

रामगंगा घाटी : यहां से पाषाणकालीन  शवगार तथा कपमार्क्स मिले है|



  अल्मोड़ा में स्थित गुफा 


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  लाखू गुफा : इसकी खोज 1963 में यशोधर मठपाल ने की थी \


   यह गुफा अल्मोड़ा के बाड़ेछीना के पास दलबेंड में स्थित है|


इस गुफा में मानव तथा पशुओ के चित्र अंकित है | मानव को इसमें अकेले या समूह में  नृत्य करते दिखाया गया है| तथा इन चित्रों में रंगों का प्रयोग किया गया है|



2.ल्वेथाप : यहाँ से प्राप्त शैलचित्र में मानव को शिकार तथा हाथों में हाथ डालकर नृत्य करते दिखाया गया है|    



3.पेटशाल: यहां से नृत्यरत मानव आकृति मिली है | 


तथा इसमें कत्थई रंग का प्रयोग किया गया है|



4. फलसीमा : यहां से मानव को योग तथा नृत्य मुद्रा में मानव आकृति मिली है|



    चमोली में स्थित गुफा 


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1.गवारख्या गुफा :यह चमोली के दुग्री गांव में स्थित है|


यह अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है|


यहां से मानव भेड़ ,बारहसिंगा,लोमड़ी आदि के रंगीन चित्र मिले है|


इस गुफा चित्र के रंग लाखुगुफा से अधिक चटक रंग का प्रयोग किया  गया है|


2. किमनी गाँव: थराली के पास स्थित है|


इसमें हथियार तथा पशुओ का चित्र का शैलचित्र अंकित है|


इन चित्रों में सफेद रंगों का पयोग किया गया है|


3. मलारी गाँव:यहाँ से 2002 में गढ़वाल विश्व विद्यायल के  शोधकर्ताओं ने 5.2 kg का एक सोने का मुखावरण व नर कंकाल ,मिट्टी के बर्तन ,जानवरो के अंग आदि अवशेष उन्हे मिले|जो बर्तन यहा मिले वो पाकिस्तान के स्वात घाटी के समान शिल्प के  थे | 







                           



                      उत्तराखंड के राज्यपाल 

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      संविधान में राज्यपाल की व्यवस्था  अनुच्छेद 153 में कई गयी है|

नोट: दो या दो से अधिक राज्य के लिए एक राज्यपाल हो सकता है|


     अनुच्छेद 154 में  राज्य की कार्यपालिका शक्ति का वर्णन किया गया है|


   राज्य की  कार्यपालिका  शक्ति  राज्यपाल में ही निहित होती है|





           अनुच्छेद 155 के  अनुसार राष्ट्रपति राज्यपाल की नियुक्ति करता है|



     अनुच्छेद 158 में राज्यपाल के पद के लिए शर्तो का वर्णन किया गया है|


  अनुच्छेद 162 में राज्य की कार्यपालिका शक्ति का विस्तार किया गया है|



        राज्यपाल बनने के लिए योग्यता:-


  a)    भारत का नागरिक हो |

b)  35 वर्ष की आयु पूरी कर चुका हो|


  c)किसी सरकारी लाभ के पद पर न हो |


d)  राज्य विधान सभा सदस्य चुने जाने योग्य हो |



       राज्यपाल का कार्यकाल 5 वर्ष तक होता है|


      लेकिन राष्ट्रपति चाहे तो उसे हटा सकता है|


    राज्यपाल को शपथ राष्ट्रपति देता है| 


           राज्यपाल राज्य सरकार का बोध करता है|


     राज्यपाल विधानसभा का प्रथम सत्र को संबोधित करता है|



              राज्यपाल राज्य  विधानसभा  सभा को भंग कर सकता है|



     उत्तराखंड के प्रथम राज्यपाल  सुरजीत सिंह बरनाला थे|


    कार्यकाल : 9 nov 2000 से 7 jan 2003 तक   ( यानी 2 वर्ष 59 दिन )


      नियुक्त करने वाले   राष्ट्रपति थे :  k.r. नारायन


     उत्तराखंड के दूसरे राज्यपाल बनने सुदर्शन अग्रवाल |


    कार्यकाल : 8 jan 2003 से 28 oct 2007 तक (यानी4 वर्ष 293 दिन) 


      नियुक्त किया राष्ट्रपति A.P.J अब्दुल कलाम ने 




  उत्तराखंड के तीसरे राज्यपाल बनने :- बनवारी लाल जोशी 


      कार्यकाल : 29 oct 2007 से 5 अगस्त 2009 तक  (यानी 1 वर्ष 280 दिन)


     नियुक्त किया राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह देवी पाटिल ने 



   उत्तराखंड के चौथे राज्यपाल बनी : मार्ग्रेट अल्वा


     कार्यकाल : 6aug 2009 से 14 मई 2012 तक ( यानी 2 वर्ष 282 दिन )


      नियुक्त किया राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह देवी पाटिल ने |



        नोट:  उत्तराखण्ड की प्रथम महिला राज्यपाल मार्गेट अल्वा बनी|



       5 वा राज्यपाल बने  उत्तराखंड के अजीज कुरेशी 


   कार्यकाल : 15 मई 2012 से 7 jan 2015 तक (यानी 2 वर्ष 237 दिन )


      नियुक्त किया राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल  ने |



    

   छठा(6) राज्यपाल उत्तराखंड के कृष्ण कांत पॉल बने |


    कार्यकाल: 8 jan 2015 से 25 aug 2018 तक ( यानी 3 वर्ष 229 दिन )




7 वा राज्यपाल व वर्तमान राज्यपाल है बेबी रानी मौर्या 


    26 aug 2018 से कार्यरत 


नोट: उत्तराखंड की  दूसरी महिला राज्यपाल  बेबी रानी मौर्या 


   नियुक्त किया राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने |





बहुगुणा को मिले सम्मान


प्रसिद्ध पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा का जन्म टिहरी के पास मरोड़ा गांव में नौ जनवरी 1927 को हुआ। उनके पिता अंबादत्त बहुगुणा टिहरी रियासत में वन अधिकारी थे। 


Wife. विमला नौटियाल 


1981 में पद्मश्री

1986 में जमनालाल बजाज पुरस्कार

1987 में राइट लाइवलीहुड अवार्ड

1989 में आइआइटी रुड़की  से डीएससी की मानद उपाधि

2009 में पद्मविभूषण


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✳️किस गुफा  चित्र में मानव को त्रिशूल  आकार में अंकित किया गया है?

✔️गवारख्या गुफा


✳️लाखुगुफा किस नदी के तट पर स्थित है?

✔️सुयाल



✳️मानेश्वर मेला किस जनपद में लगता है?

चम्पावत


✳️फोर्ट मौयरा किला किस जनपद में स्थित है?

✔️अल्मोड़ा

✳️किस कमिश्नर के समय सर्वप्रथम 1816 में अल्मोड़ा में जेल की स्थापना हुई थी?

       ✔️  ट्रेल

✳️उत्तराखंड एक्सप्रेस उपनाम से जाना जाता है?

  ✔️सुरेन्द्र सिंह भंडारी

✳️झरना किस विधा का काव्य है?

✔️छायावादी

✳️हिमालय का पाद किस हिमालय श्रेणी को कहा जाता है?

✔️शिवालिक श्रेणी क्षेत्र

✳️छिरकीला परियोजना किस जनपद में स्थित है?

✔️चम्पावत

✳️उत्तराखंड में सर्वाधिक क्षेत्रफल में कौन सी फसल बोई जाती है?

✔️गेंहू

✳️ब्रिटिश काल मे कुल कितने भूमि बंदोबस्त हुए?

✔️11

✳️1857 के क्रांति के समय कुमाऊँ का कमिश्नर था?

✔️रैम्जे

✳️भैला -भैला नृत्य किया जाता है?

✔️दीपावली में

✳️गिरी नदी किस की सहायक नदी है?

✔️यमुना

✳️स्वराज मंदिर किस जनपद के स्थित है?

✔️बागेश्वर

✳️सोना वाइल्ड लाइफ सेंचुरी किस जनपद में स्थित है?

✔️श्रीनगर (पौड़ी)

✳️ईसाई धर्म का उत्कृष्ट पुष्प कहा जाता है?

✔️विक्टर मोहन जोशी को

✳️भिलंगना नदी की लंबाई कितनी है?

✔️110km

✳️मुलिंगला दर्रा स्थित है?

✔️उत्तरकाशी में

✳️पहाड़ी चित्रकला पुस्तक के लेखक है?

✔️किशोरी लाल वैध

✳️मैक ग्रेगर उपाधि से सम्मानित किया गया है?

✔️ज्ञान सिंह फर्स्वाण

✳️काफल का वैज्ञानिक नाम है?

✔️माइरिका इसुक्लेन्टा

✳️Ncert  संस्थान स्थित है?

✔️नरेंद्र नगर टिहरी

✳️मोती बाजार किस जनपद में स्थित हैं?

✔️हरिद्वार

✳️आसन बैराज विहार किस जनपद में स्थित है?

✔️देहरादून

✳️उत्तराखंड क्रांति दल का गठन कब किया गया

✔️1979 में

✳️Man and फारेस्ट पुस्तक के लेखक है?

✔️अजय रावत

✳️राज्य का सर्वाधिक कस्तूरी मृग किस वन्य जीव विहार में पाए जाते है?

✔️अस्कोट वन्य जीव विहार

✳️हिमालय साक्षी है के रचनाकार है?

✔️महावीर प्रसाद गैरोला

✳️महरुडी कस्तूरी मृग संस्थान की स्थापना कब की गई?

✔️1977 में

✳️विकास पुरुष उपनाम है?

✔️नारायण दत्त तिवारी

✳️उत्तराखंड का सबसे बड़ा जिला है?

✔️चमोली

✳️किस पंवार शासक को मौत मलेरिया से हुई थी?

✔️ललितशाह 


✔️जन्म➖ 20मई 1900

✔️स्थान ➖कौसानी बागेश्वर

✔️बचपन का नाम  था ➖गोसाई दत्त व गुसै या सै

✔️शिक्षा उच्च शिक्षा इलाहाबाद से 10 वर्ष रचना वीणा व पल्लव
✔️यह एक छायावादी कवि थे।

✔️सुझाव से आल इंडिया रेडियो का नाम आकाशवाणी रखा गया 1937 में

✔️रूपाभ नामक पत्रिका 1938 में  सम्पादन किया ।

✔️प्रगतिवादी मासिक पत्रिका थी कुँवर सुरेश सिंह के आग्रह पर

✔️       ➡️छायावादी काव्य रचना ⬅️

​वीणा

​ग्रंथि

​पल्लव को छायावाद का मेनिफेस्टो कहाजाता है।

​गुजन

​ज्योत्सना

​    ✔️     ➡️    प्रगतिवादी काव्य रचना ⬅️

​​युगांत

​युगवाणी

​​युगांत


     ✔️    ➡️   ​नवचेतनावादी काव्य⬅️

​​पतझड़

​उत्तरा

​स्वर्ण किरण

​लोकायतन महाकाव्य

​​अतिमा

​वाणी

​शिल्पी रजत शिखर

​स्वर्ण धूलि

✔️1961 में इन्हें पदम् भूषण पुरस्कार दिया गया ।
🎯Uttarakhand share gyan🎯

✔️1968 में ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला इनकी रचना चितम्बरा के लिए ।

✔️2015 में इनके नाम पर 5 रूपये का डाक टिकट जारी किया गया।



🎯.एक थी कुसुम कहानी के लेखक प्रकाश पंत




🎯हेमवन्ती नंदन बहुगुणा पर 2018 मे 5 रू का डाक टिकट जारी 




लक्ष्मण झूला का निर्माण 1930 में हुआ।

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🎯नैनीताल राजभवन का निर्माण गोथिक शैली से हुआ है।



🎯2019 में राज्य के 3 लोगो को पदम पुरस्कार मिला , बछेन्द्रपाल को पदम भूषण , प्रीतम भरतवाण व अनूप शाह को पदम श्री पुरस्कार से सम्मानित किया  गया है ।




🎯28वा  व्यास सम्मान 2018 लीलाधर जगूड़ी को जितने लोगो उतने प्रेम रचना के लिए दिया गया ।



🎯2019 में रेनवे फेस्टिवल मुनस्यारी में मनाया गया।


🎯राज्य में वर्तमान में 968 ग्लेशियर है जिससे सर्वाधिक ग्लेशियर चमोली जनपद में है ।


🎯उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलो की मेजबानी 2021 में करेगा।



🎯नैनीताल जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क  में ई -सर्विसलांस की शुरुआत हुई है 




🎯पौड़ी गढ़वाल में पायलट परियोजना के तहत कक्षा 1 से कक्षा 5 तक गढ़वाली भाषा पढ़ाई जायेगी ।



🎯राज्य की सबसे स्वच्छ छावनी अल्मोड़ा छावनी है ।



🎯राज्य की सबसे स्वच्छ नगरपालिका बागेश्वर नगर पालिका है ।




🎯उत्तराखंड राज्य का पहला टयूलिप गार्डन पिथौरागढ़ के मढ़ गांव मे बनेगा 



🎯हैवल घाटी आंदोलन चूना पत्थर खदान के विरुद्ध टिहरी में हुआ था ।



🎯लहचारी नृत्य थारू जनजाति से सम्बंधित है ।



🎯हरिपुरा जलाशय गूलरभोज बाजपुर है।


    

🎯बर्मिंघम पैलेस की तरह नैनीताल उच्च न्यायालय को बनाया गया ।



🎯कैलाश मानसरोवर यात्रा का प्रारंभ स्वतंत्र भारत मे 1981 से प्रारम्भ हुआ।




🎯मोलाराम के वंशज सुनार जाति के थे।




🎯वधू मूल्य चुकाने की प्रथा राजी जाति में प्रचलित है।


🎯पौण टूटी कर के प्रकार का आयात निर्यात कर था।



🎯नेहरू 317 दिन अल्मोड़ा जेल में रहे 




🎯कालू महरा को स्वतंत्रता आंदोलन में कूदने के लिए वाजिद अली शाह ने प्रेरित किया था।




🎯उत्तराखंड उच्च न्यायालय के दूसरे मुख्य न्यायाधीश थे -  सरोज होमी कपाड़िया




🎯बाघ महाशीर के संरक्षण के लिए नंधौर रेज  हल्द्वानी को चिन्हित किया गया है ।












🎯गढ़वाल में  सर्यूल व्यवस्था का जनक अजयपाल था।




🎯राज्य के प्रथम राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष भरत सिंह रावत थे।



🎯कनकपाल का गोत्र था - शौनक गोत्र




🎯जनकताल किस जिले  में है - उत्तरकाशी 




🎯किस कमिश्नर ने घराटों पर कर लगाया था - बेटन ने


🎯राज्य में सड़क आंदोलन हुआ था -1940



🎯जौनसारी भाषा की लिपि है -बागुई



🎯पिण्डर नदी पर स्थित अंतिम गांव है - खाती



🎯गोरा बादल पुस्तक है - शिवप्रसाद डबराल


🎯समय सा साक्षी  उपन्यास के लेखक है -- हिमांशु जोशी


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परियोजना


धौली गंगा परियोजना धौली गंगा नदी पर 


किरमोली परियोजना गौरी नदी पर



मोतीघाट परियोजना शेराघाट में


बोकंग बेलिंग परियोजना धौली गंगा पश्चिम में है।


दर्रा::-


मानस्या दर्रा


लिपुलेख दर्रा 


दारमा दर्रा


लासपा दर्रा ::चंपावत व पिथौरागढ़ को जोड़ने वाला दर्रा


ट्रेलपास ::-बागेश्वर व


बाराहोती दर्रा::चमोली व पिथौरागढ़


ग्लेशियर::-मिलम ::-कुमाऊँ की सबसे बड़ी ग्लेशियर है।


काली

नामिक

पिनोरा

रालम

पोटिंग


सूर्यकुंड जो ठंडे पानी का कुंड है 

नन्दा कुंड मिलम में स्थित है।


गुफा या उडियार::-

पाताल भुवनेश्वर गुफा

सुमेरु गुफा


छीनी गुफा


धर्मजाली गुफा


बोग उद्द्यार


मिनी कश्मीर उपनाम है पिथौरागढ़ का 

मुनस्यारी का उपनाम तिकसेन 



अस्कोट वन्य जीव विहार पिथौरागढ़ में स्थित है।

स्थापना::/1986 में 

Area::600km 


कस्तूरी मृग के (सर्वाधिक कस्तूरी मृग वाला  वन्य विहार है।


पिथौरागढ़ में पाया जाने वाले खनिज


चूना पत्थर 

मैग्नेसाइट

सोप स्टोन

डोलोमाइट

सीसा

ताँबा



सोर घाटी में  पिथौरागढ़ बसा है।



मंदिर::-

गुरना माता मंदिर

ध्वज मंदिर

पाताल भुवनेश्वर मंदिर

रामेश्वर मंदिर

कल्पेश्वर मंदिर

छिपलाकेदार मंदिर

मोस्टमानु मंदिर

कामख्या मंदिर

बेरीनाग मंदिर

असुरचुला मंदिर

हाटकाली मंदिर

अर्जुनेश्वर मंदिर

मढ़ का सूर्य मंदिर

उल्का माँ मंदिर

असुर चूला मंदिर



मेला::-

जौलजीवी मेला

थल मेला

मोस्टमानु मेला

रामेश्वर मेला

पुष्कर नाग मेला

गंगा वली महोत्सव

वौराणी मेला

टोकरियां मेला


गंगावाडस्यू मेला



चौपखिया मेला





नदी::-काली नदी के तट में बसे स्थल 

धारचूला

जौलजीवी

टनकपुर

बनबसा


गोरी गंगा::-

मिलम

शेराघट

जौलजीबी


पूर्वी रामगंगा::

नामिक

नाचनी

थल

रामेश्वर


ताल ::-

थामरी कुंड

मैसूर कुंड 


पार्वती ताल


जनजाति निवास


भोटिया जनजाति::-शीतकालीन आवास को भोटिया मुनसा कहते है।

बाज्यू लोकगीत 



राजी जनजाति का प्रमुख देवता मलनाथ 

मल्लिकार्जुन है।


राजी जनजाति के आवास को रौत्युडा कहते है।


गोरा महोत्सव राजी जनजाति मानती है।



हवाई अड्डा:-

नैनीसेनी हवाई अड्डा


                  उत्सव


छलिया उत्सव




कण्डाली उत्सव/किर्जी उत्सव 12 वर्षो में मनाया जाता है।शौका जनजाति मनाती है


कटिपानी नदी व काली नदी का संगम तालेश्वर नदी मे होता है।


हिलजात्रा उत्सव ::हिरन चित्तल नृत्य हिलजात्रा से सम्बंधित है।


उत्तराखंड में सर्वाधिक अंतराष्ट्रीय सीमा पिथौरागढ़ जनपद बनाता है।


विर्थी जलप्रपात 


नन्ही परी इंजीनियरिंग कॉलेज 


हिरन चित्त्तल नृत्य 


पांडकेश्वर ताम्रपत्र में मुनस्यारी का नाम तंगणपुर मिलता है।


हँसेश्वर मठ धारचूला में स्थित है।

रहाली बुग्याल

खलिया बुग्याल



पत्रिका 

आज का पहाड़


मध्य हिमालय



चेतोल पर्व 


पर्वत:::-🏔️


ॐ पर्वत



पंचाचूली-धौली गंगा व गौरी गंगा के बीच मे



तुलसी देवी रोओ नही आगे बढ़ो का नारा दिया।



अस्कोट विद्रोह 1932 में हुआ था।


ट्राइबल हेरिटेज म्यूज़ियम मुनस्यारी में स्थित है।

संस्थापक::-डॉ शेर सिंह पांगती


शहीद ए वतन पिथौरागढ़ के लेखक है राजेश मोहन उप्रेती व अन्य पुस्तक धरोहर अनुपम ,पिथौरागढ़ और क्रीड़ा पथ भी 


गरुड़ प्रपात 


नारायण आश्रम धारचूला 1936 में नारायण स्वामी ने स्थापना की।


उत्तराखंड का पहला वाटर  atm  पिथौरागढ़ में 



1930 में पिथौरागढ़ नैनीताल अल्मोड़ा में पंचायती वनों की स्थापना की गई।



इतिहास


एक हथिया देवाल (एलोरा के कैलाश मंदिर की तरह है इसका निर्माण बाज बहादुर चंद ने किया।


लंदन फोर्ट या सिमलगड़ का किला या बाउलीगढ़ का किला (गोरखो दारा बनाया था ।


कटकु नौला



अस्कोट आराकोट यात्रा  1974 से शुरु हुआ।


कालिका दन्तु जल बिधुत परियोजना



हिसचित्र नृत्य 


ग्लेशियर

खोला ग्लेशियर


मिलम ग्लेशियर


सिंचुगना ग्लेशियर



नदी


काली नदी


पूर्वी रामगंगा का उद्गम स्थान नामिक ग्लेशियर 



गोरी नदी उद्गम मिलम ग्लेशियर से


नामिक घाटी


हँसेश्वर मठ


अस्कोट आंदोलन 1932 में हुआ था।



                           बुग्याल



लड़ी पांगती बुग्याल


थाला बुग्याल


                        बोली


सौर्याली बोली सोर घाटी मे बोली जाती है।


गंगोली गंगोलीहाट में बोली जाने वाली बोली है।


अस्कोटी बोली अस्कोट में बोली जाती है।


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द एड गुरु ऑफ  इंडिया पुस्तक के लेखक है?-- प्रसून जोशी

राज्य का पहला जागर महाविद्यालय स्थित है? -- जयानंद भारती जागर महाविद्यालय( श्रीनगर)

राज्य का कार्बन न्युट्रल जू स्थित है? - हल्द्वानी

शहीद ए वतन पिथौरागढ़ पुस्तक के लेखक कौन है?  - राजेश मोहन उप्रेती

गढ़वाल का हातिमताही - कुंवर सिंह नेगी

गढ़वाली व कुमाऊँनी भाषा की लिपि है -- देवनागरी

राज्य के प्रथम व्यक्ति जिन्हें व्यास सम्मान प्राप्त कर्ता है -- रमेश चंद्र शाह

भांग का वैज्ञानिक नाम -  कैनेविस सैटाइव

गडोदिया स्टोर डकैती कांड से सम्बंधित था - भवानी सिंह रावत

खलुंगा दुर्ग स्थिति है? - नालापानी देहरादून

जिम कॉर्बेट के कुते का नाम था - राबिंस

स्वयं को रानी पदमावती के वंशज मानते है ?- थारू जनजाति की महिलाएं

देहरादून घंटाघर का असली नाम - बलबीर टावर

किसान चैनल का प्रारंभ हुआ -21 जनवरी 2004

राज्य में सबसे कम कृषि योग्य भूमि है  - रुद्रप्रयाग

पंच केदार में 12 महीने कपाट खुले रहते है - कल्पेश्वर

चांदपुर गढ़ किस नदी के किनारे स्थित  है - आटागाड

जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा कब मिला- 2001में

त्रिमुखी पर्वत स्थित है -- उत्तरकाशी

रानीखेत की स्थापना हुई -1869

इचारी बाध किस नदी के तट पर स्थित हैं? - टोस नदी

राठवाहिनी  नाम है - प0 रामगंगा

राजी जनजाति के प्रथम निर्वाचित विधायक है - गगन सिंह रजवार

देश का पहला किसान आयोग की स्थापना कब हुई - उत्तराखंड में 9अक्टूबर 2016

उत्तराखंड पशुधन विकास बोर्ड स्थित है- देहरादून

पाण्डुखोली गुफा है - अल्मोड़ा

मीरा बहन का वास्तविक नाम है- मैडलीन स्लेड

नंदादेवी कन्याधन योजना की शुरुआत हुई - 2009से

गढ़वाल का बारदोली कहा जाता है - गुजड्ड क्षेत्र

पिण्डर नदी का स्थित अंतिम गाँव है- खाती गाँव

माधो सिंह भण्डारी के पिता का नाम है - कालो सिंह भण्डारी

माधो सिंह भण्डारी का सेनापति था - महिपति शाह

गढ़वाल में भूमि मापने की सबसे बड़ी इकाई  है- ज्यूला

देबू किस का  सेनापति था? कफ्फू चौहान

कुमाऊँ मंडल विकास निगम की स्थापना हई - 31 मार्च 1976

राज्य में सिचिंत भूमि को कहते है- केदार भूमि 

बागेश्वर किस नदी के तट पर स्थित है? - सरयू व गोमती

बागेश्वर में स्थित बागनाथ के मंदिर का निर्माण किस चंद शासक ने किया?1602 में लक्ष्मी चंद ने

कुली बेगार प्रथा का अंत किस नदी के तट पर हुआ?  सरयू नदी पर

ट्रेलपास दर्रा है?बागेश्वर व पिथौरागढ़ के बीच

कुमाऊँ की सबसे पवित्र नदी है - सरयू

पंचेश्वर में काली नदी में कौन सी नदी मिलती है सरयू नदी

सुकुण्डा ताल स्थित है ?बागेश्वर

राज्य का दूसरा  बड़ा हिमनद है?पिण्डारी ग्लेशियर

बैजनाथ मंदिर समूह गोमती नदी की तट पर है।

कौसानी की- गोमती व गरूड़ नदी के बीच पर्यटक स्थल है।

कौसानी पहाड़ी में बसा है-- पिंगनाथ पहाड़ी पर

कौसानी का पुराना नाम - बलना

चंपावत का प्राचीन नाम - कुमु





शिवालिक श्रेणी का प्राचीन नाम क्या है- मैनाक पर्वत 


पहाड़ो की रानी (मसूरी) किस हिमालयी श्रेणी का  अंग है?  -मध्य हिमालय श्रेणी 


राज्य की सर्वाधिक ऊँचाई वाली अधिकांश पर्वत चोटियां स्थित है-- चमोली में


उत्तराखंड के राज्य चिन्ह में कितनी पर्वत चोटियों को दर्शाया गया है- तीन 


गंगोत्री की घाटी किस जिले  स्थित में है- उत्तरकाशी  


बागेश्वर एव पिथौरागढ़ को जोड़ने वाला दर्रा कौन सा है- ट्रेलपास 


राज्य के किस जिले के दर्रे के तिब्बत -नेपाल के बीच व्यापार होता था?- पिथौरागढ़ 


सेला धुरा है - पिथौरागढ़ 



थागला दर्रा किस जनपद में है- उत्तरकाशी



राज्य में वार्षिक वर्षा की मात्रा है-" 150से  200 सेमी के बीच



राज्य में सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र है- वह्म हिमालयी क्षेत्र



शीतकाल में राज्य में न्यूनतम तापमान कहा का होता है- पंतनगर 


स्थानीय भाषा मे बसक्याल किस ऋतु को कहा जाता है- वर्षा  ऋतु को



पुराणों में फूलों की घाटी को क्या कहा गया है- नन्दन कानन 


कुणिंद वंश का सबसे शक्तिशाली शासक था - अमोघभूति


मुगल शहजादा जिसने श्रीनगर गढ़वाल में आश्रय लिया था - सुलेमान शिकोह



अंग्रेजों ने किसे सी .एस .आई की उपाधि दी थी- कीर्तिशाह को




गढ़वाल शासक मानशाह व महिपति शाह के शासनकाल में कौन से हमले हुए - तिब्बती हमले 



गठवाल के इतिहास में झांसी की रानी की संज्ञा किसे दी गई है- तीलू रौतेली को 


कुमाऊँ का प्रथम कमिश्नर कौन था - ई गॉर्डनर 



नैथड़ा किला किस शासन से सम्बंधित है- गोरखाकालींन 



खगमरा किला किस जनपद के है- अल्मोड़ा में



गढ़ केशरी के नाम से जाना जाता है- अनुसूया प्रसाद बहुगुणा 



प्रजामण्डल की मांग को लेकर जन आंदोलन किसके काल मे हुआ था  - नरेन्द्र शाह 




हैप्पी क्लब की स्थापना कब हुई  - 1903 में



कुमाऊँ परिषद का काग्रेस में विलय कब हुआ - 1926में 




अमृतसर काग्रेस (1919) में गढ़वाल के किन दो नेताओ ने भाग लिया था- अनुसूया प्रसाद व मुकुन्दी लाल ने 




भारत के स्वतंत्र होने के समय टिहरी गढ़वाल का राजा कौन था- मानवेन्द्र शाह 




कमला एव बसन्ती किस आश्रम से सम्बंधित है- लक्ष्मी आश्रम से 




ढाड़क आंदोलन सम्बन्ध है - मजदूरों से 




कोटा खर्रा आंदोलन किसके हित में था - भूमिहीनों के 





पृथक राज्य की मांग कब उठाई गई --1938में



मुजफ्फरनगर (रामपुरतिराहा) गोली काण्ड कब हुआ - 2 अक्टूबर 1994को 




गैरसैंण में राज्य के दूसरे विधानसभा भवन का शिलान्यास किया गया था- 14जून 2013 को



गांधी जी ने कुमाऊँ की यात्रा सर्वप्रथम  कब की थी- जून1929में 




महात्मा गांधी ने अनाशक्ति योग टीका लिखी थी- कौसानी (बागेश्वर) में 




गांधी आश्रम की स्थापना  अल्मोड़ा में कब की गई- 1937में 




कौसानी में लक्ष्मी आश्रम की स्थापना किसने की थी- सरला बहन ने   




टिहरी बांध किन नदियों के संगम पर स्थित है- भागीरथी एव भिलंगना





राज्य का सर्वाधिक जलप्रवाह वाली  नदी कौन सी है - अलकनन्दा 






ऋषिकेश में गंगा में बायी और से कौन सी नदी मिलती है- चन्द्रभागा नदी 




कण्वाश्रम आश्रम किस नदी के तट पर स्थित है-मालिनी नदी के तट पर




राज्य में किस नदी बेसिन का क्षेत्रफल सर्वाधिक है- काली नदी के 


फूलों की घाटी में कौन सी  नदी बहती है- पुष्पावती नदी 




कोठार बांध किस नदी पर बना है- कोसी नदी पर



टिहरी बांध किस नदी पर है- भागीरथी नदी पर 




टिहरी बांध का निर्माण कार्य कब प्रारंभ हुआ - 1978ई से




कोटेश्वर बांध का निर्माण किस नदी पर हुआ है- भागीरथी नदी पर 




बद्रीनाथ मंदिर किस नदी के तट पर स्थित है - अलकनन्दा 




गैरसेंण किस नदी के तट पर बसा है - पश्चिम रामगंगा के




छः कोने वाला डोडीताल किस जिले में स्थित है- उत्तरकाशी 




कुमाऊँ क्षेत्र का सबसे गहरा ताल कौन सा है --नौकुचिया ताल 



किस ताल को भाई - बहन ताल भी कहा जाता है- महासर ताल 




किस ताल से जल निकासी हेतु 5 सुरंगे बनी है- तड़ाग ताल(अल्मोड़ा) 




बद्रीनाथ (चमोली)- अलकनन्दा एव ऋषि गंगा 


प० रामगंगा का उदगम स्थल - दूधातोली 


हार्डी प्रपात - देहरादून 


जौनसारी जनजाति के लोग अपने को किसका वंशज मानते है- पाण्डवो का


उत्तराखंड की किस जनजाति के अधिकांश लोग जंगलों में निवास करते है- राजी 


भोटिया किस प्रकार की जनजाति है- अर्धघुयन्तु


भोटिया जनजाति के लोग किस प्रजाति के है- तिब्बती एव मंगोल मिश्रण 


भोटिया स्वंय  को मानते है- राजपूत या खस


किस पर्व को थारू शोक पर्व के रूप में मनाते है- दीपावली 

बोक्सा जनजाति के लोगों की सबसे बड़ी देवी है- चौमुंडा देवी 


राज्य में सबसे कम अनुसूचित जाति वाला जिला है- हरिद्वार 


किस स्थान से कैलाश मानसरोवर (चीन) सबसे कम दूरी पर स्थित है- तवाघाट


गौचर- चमोली में



*******


🎯तिलाड़ी कांड के समय पंवार वंश का शासक कौन था?


- नरेंद्र शाह




🎯भेषज सहकारी संघ की स्थापना कब की गई


- 1980में 




🎯किस बुग्याल को सुरक्षित जैव पार्क घोषित किया गया है?


- पंवाली कांठा बुग्याल 




🎯कुमाऊँ मंडल की सबसे बड़ा ग्लेशियर कौन है?


- मिलम हिमनद




🎯कुमाऊँ की सबसे रमणीक झील कौन सी है?


- सातताल 




🎯किस नदी को घाटी को धान का कटोरा कहा जाता है?


- कोसी नदी




🎯किसी हिमालय श्रेणी  में सब  से कम वर्षा होती है?


- वृहत हिमालय श्रेणी में 




🎯हिमालय सेवा संघ की स्थापना कब हुई ?


- 1938 (देवसुमन ने )




🎯गढ़वाल जाग्रत संस्था की स्थापना कब हुई ?


- 1939 में पौड़ी में 




🎯राज्य में नॉन रेगुलेशन प्रान्त सिस्टम को समाप्त कब किया गया ?


- 1891में




🎯उत्तराखंड के प्रथम वैज्ञानिक जिन्हें पदमश्री सम्मान मिला?


- नीलाम्बर पंत 




🎯जयंत नामक पत्र कहा से प्रकाशित होती है?

- लैंसडाउन पौड़ी गढ़वाल से 





🎯देवभूमि मुस्कान योजना कब शुरू हुआ


2009 




🎯ऐरीज  (आर्यभट्ट  प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान ) कहा स्थित है?


- नैनीताल में 




🎯बजहर नामक। त्यौहार कौन सी जनजाति मनाती है?- 


थारू जनजाति








 



























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